हाई हील्स से होने वाले इन खतरों से अनजान तो नहीं हैं?

हाई हील्स से होने वाले इन खतरों से अनजान तो नहीं हैं?

सेहतराग टीम

हर कोई खूबसूरत दिखाना चाहता है और खूबसूरत दिखने के लिए लोग हर तरह से अपना ख्याल रखते हैं। अक्सर महिलाएं अपनी खूबसूरती के लिए ज्यादा सजग होती हैं। खूबसूरत दिखने के लिए वह हर तरह का प्रयास करती हैं। अलग स्टाइल के पहनावे को फॉलो करती हैं। जैसे कई बार महिलाएं आकर्षक और सुंदर दिखने के लिए हाई हील्स यानी ऊंची एड़ी वाली सैंडिल पहनती हैं। लेकिन यह आपका शौक भारी भी पड़ सकता है। जानिए हाई हील्स से वाली समस्याओं को...

ऑस्टियोअर्थराइटिस-

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की शोध के मुताबिक ऊंची एड़ी वाली सैंडलों या जूतों से घुटनों और जोड़ों पर दबाव बढ़ जाता है। इस अध्ययन के अनुसार लगातार ऊंची एड़ी की सैंडल पहनने से ऑस्टियोअर्थराइटिस का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इस बीमारी में हड्डियों में टूट फूट होने लगती है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को इसका खतरा दो गुना ज्यादा होता है।

मांसपेशियों में खिंचाव-

ऊंची एड़ी से मांसपेशियां भी अतिरिक्त दबाव पड़ता है।  लंबे समय तक हाई हील पहनने से जांघ की मांशपेशियां खिंचती हैं और शियाटिका तथा अन्य बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।

कमर में दर्द-

हाई हील्स के इस्तेमाल से एड़ी के जोड़ों और घुटनों पर तो असर पड़ता ही है, इसके आलावा कूल्हे और रीढ़ पर भी असर पड़ता है। इस तरह के जूतों का लगातार इस्तेमाल किया जाए तो यह दर्द हमेशा लगा रह सकता है।

ऊपरी हिस्से में दर्द-

कद को ऊंचा और चाल व फिगर को आकर्षक दिखाने के लिए पहनी जाने वाली हाई हील गर्दन तक परेशानी दे सकती है। असल में हाई हील्स की वजह से शरीर का प्राकृतिक संतुलन गड़बड़ाता है और संतुलन बरकरार रखने के लिए दूसरे अंगों पर जरूरत से ज्यादा जोर पड़ता है।

फ्रैक्चर और प्लास्टर-

रिपोर्टों के आधार पर कई विशेषज्ञों ने यह भी मन है कि लंबे समय तक अगर ऊंची एड़ी वाले जूते या सैंडल पहनी जाएं तो हड्डियां टूट सकती हैं या उनमें दरार आ सकती है। लेकिन अगर हाई हील्स पहनने के साथ साथ बीच बीच में सामान्य जूते चप्पल भी इस्तेमाल किए जाएं तो इन परेशानियों से बचा जा सकता है।

 

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